नूरमहल:- दिव्य ज्योति जाग्रति संसथान, नूरमहल आश्रम में संरक्षण प्रकल्प के अंतर्गत स्वामी परमानन्द जी, स्वामी गिरीधरानन्द जी, स्वामी सज्ज्नानंद जी के साथ श्री सुशील कुमार रिंकु (एम.पी. जालंधर)और अन्य लोगों के द्वारा पौधे लगाए गए। जिसके अंतर्गत श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य स्वामी गिरिधरनंद जी ने पर्यावरण के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि आज समाज में बढ़ रही कुदरती आपदाओं का कारण समाज में बढ़ता प्रदूषण है क्योंकि आज इंसान ने अपने स्वार्थ, लालसा और अज्ञानता के कारण हरे-भरे जंगलों का सफाया कर रहा है जो पर्यावरण और हमारे लिए बहुत ही नुकसानदायक है।
यदि समय रहते पर्यावरण की संभाल नहीं की तो आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ पर्यावरण नहीं मिलेगा। इसलिए हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि हरियाली को बचाए रखने के लिए हम ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं तथा अन्यों को भी इसके लिए प्रेरित करें। अंत में स्वामी जी ने लोगों से अपील की कि जो पौधा आप लगा रहे हैं, उसकी देखभाल की जिम्मेदारी भी आप खुद उठाएं।