मनुष्य जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जीवन में एक पूर्ण सद्गुरु की आवश्यकता है जो आत्मा का परमात्मा के साथ मिलन करवा कर जीवन को सफल बनाते हैं - साध्वी मेधावी भारती जी
अहियापुर टांडा उड़मुड़:-दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा श्री राम मंदिर, अहियापुर टांडा उड़मुड़ में तीन दिवसीय श्री शिव कथा का आयोजन किया गया। पहले दिन श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी मेधावी भारती जी ने कहा कि भगवान शिव की कथा मानव जीवन को नई दिशा देती है। मनुष्य को आनंद प्राप्ति के लिए एक शर्त है कि केवल श्रवण ही काफी नहीं है। इसे सुनने के बाद मनन किया जाता है, तभी सार की खोज कर मोक्ष के द्वार खोले जा सकते हैं।साध्वी जी ने कहा कि भगवान शिव के अनेक नाम हैं। लेकिन शिव नाम प्रेरणा देता है। शिव नाम कल्याण और त्याग की भावना से प्रेरित है। भगवान शिव की हर लीला कल्याणकारी है और हमें भी कल्याण और त्याग की प्रेरणा देती है। समाज या विश्व में आज तक यदि कोई सफल क्रांति हुई है तो वह त्याग के कल्याणकारी विचार पर आधारित है।विवेकानंद के त्यागपूर्ण जीवन के कारण ही आध्यात्मिक क्रांति का प्रारंभ हुआ। चौदह वर्ष के वनवास के दौरान श्री राम जी के बलिदान के कारण राम राज की स्थापना हुई।
हमें सच्चे सतगुरु की शरण में जाना चाहिए जो हमारा दिव्य नेत्र खोलकर हमें ब्रह्मधाम तक ले जाए जहां मुक्ति और आनंद का साम्राज्य है जो सिर्फ पूर्ण गुरु की कृपा से ही प्राप्त होता है - साध्वी मेधावी भारती जी
साध्वी जी ने बताया कि मनुष्य जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जीवन में एक पूर्ण सद्गुरु की आवश्यकता है जो आत्मा का परमात्मा के साथ मिलन करवा कर जीवन को सफल बनाते हैं। और एक मनुष्य यदि आंतरिक उत्थान के लिए जीवन का वास्तविक तत्व यानी ब्रह्म ज्ञान प्राप्त करना चाहता है, तो एक सच्चे सतगुरु की शरण में जाना होगा। वह हमारा दिव्य नेत्र खोलकर हमें ब्रह्मधाम तक ले जा सकते हैं । जहां मुक्ति और आनंद का साम्राज्य है जो पूर्ण गुरु की कृपा से ही प्राप्त होता है।
शिव कथा के दौरान साध्वी मीनाक्षी भारती, साध्वी पुष्पभद्रा भारती, साध्वी रीता भारती, साध्वी सतिंदर भारती द्वारा शिवमय भजन गाए गए।स्वामी सज्जनानंद जी,पंडित संबोध शास्त्री,विनोद जसरा (प्रधान सनातन धर्म सभा अहियापुर), सोढी वासन (प्रधान लायंस क्लब टांडा)साध्वी शशि प्रभा भारती जी,साध्वी पूनम भारती जी, ओम प्रकाश (चेयरमैन सनातन धर्म सभा अहियापुर),राजू खुराना(उप प्रधान सनातन धर्म सभा अहियापुर),राजन सौंधी,हीरा पूरी,तरलोक चावला, किट्टू मदान ,प्रिंस नामधारी,अरुण पुरी ,बिमल अरोड़ा,अमरजीत अंबरी,मनदीप पलटा, हरमन और भारी मात्रा में श्रद्धालु उपस्थित थे।